(फाइल फोटो)
उल्हासनगर: दिनेश मीरचंदानी
उल्हासनगर शहर में कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, जहां नेहरू चौक और मुख्य बाजार जैसे प्रमुख और भीड़भाड़ वाले इलाकों में खुलेआम अवैध पटाखों की बिक्री हो रही है। नियमों और सुरक्षा उपायों की अनदेखी करते हुए ये अवैध कारोबार बिना किसी रोक-टोक के फल-फूल रहा है, जिससे स्थानीय निवासियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
इस खुलासे ने न केवल शहर की सुरक्षा बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था की कमियों को भी उजागर किया है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन की लापरवाही और निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं, और मांग की है कि अवैध पटाखों की बिक्री पर तुरंत रोक लगाई जाए।
कानून व्यवस्था पर उठे सवाल
आम नागरिकों का कहना है कि प्रशासन और पुलिस इस मुद्दे पर कोई सख्त कदम नहीं उठा रहे हैं। स्थानीय व्यापारी और निवासियों का आरोप है कि इस अवैध धंधे के पीछे कुछ प्रभावशाली राजनीतिक हस्तियों का हाथ हो सकता है, जिसके चलते कार्रवाई में देरी हो रही है।
त्योहारों के मौके पर बढ़ा खतरा
दिवाली और अन्य त्योहारों के करीब आते ही इस अवैध बिक्री ने शहर की सुरक्षा पर बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। पटाखों से होने वाली संभावित दुर्घटनाओं के बीच इस अवैध व्यापार का जारी रहना गंभीर चिंता का विषय है।
प्रशासन पर बढ़ा दबाव
इस मुद्दे पर प्रशासन की जवाबदेही अब सवालों के घेरे में है। क्या राजनीतिक दबाव के चलते प्रशासन इस मुद्दे को अनदेखा कर रहा है? या फिर जल्द ही कोई सख्त कदम उठाया जाएगा? ये सवाल अब उल्हासनगर के नागरिकों के मन में घर कर चुके हैं।
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