उल्हासनगर : दिनेश मीरचंदानी
उल्हासनगर में एक बड़े iPhone चोरी रैकेट का पर्दाफाश करते हुए कल्याण पुलिस ने शहर के दो प्रमुख मोबाइल डीलर्स को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई से इलाके में खलबली मच गई है। पुलिस ने चोरी के iPhones बेचने के आरोप में जय माता दी मोबाइल के भांजे दीपक चंचलानी और राज मोबाइल के मालिक कमल हरचंदानी को हिरासत में लिया है।
रैकेट का पर्दाफाश:
चोरी किए गए महंगे iPhones को फ्लिपकार्ट के गोदाम से चुराया गया था, जिसमें मुख्य आरोपी फैयाज शेख का नाम सामने आया है। उसने ये चोरी किए गए फोन उल्हासनगर के इन दोनों डीलर्स को बेचा, जो फिर इन्हें ग्राहकों को बेचकर बड़ा मुनाफा कमा रहे थे। इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने कुछ ग्राहकों के पास से मिले iPhones की जांच की और पाया कि वे फोन चोरी के थे।
गिरफ्तारियां और बरामदगी:
पुलिस ने फैयाज शेख सहित तीन लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर दीपक चंचलानी और कमल हरचंदानी को भी गिरफ्तार कर लिया। जांच के दौरान पुलिस ने इन डीलर्स के पास से दो चोरी के iPhone भी बरामद किए।
दीपक चंचलानी की ममता मोबाइल नामक दुकान मधुसूदन आश्रम के पास है, जबकि कमल हरचंदानी की राज मोबाइल दुकान राहुल नगर, उल्हासनगर में स्थित है।
जांच जारी, और गिरफ्तारियां संभावित:
पुलिस अभी भी मामले की तह तक पहुंचने में जुटी हुई है और उम्मीद है कि रैकेट के अन्य सदस्यों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। FIR नंबर 452/24 के तहत दर्ज इस मामले में जांच अभी भी जारी है और शहर के अन्य मोबाइल डीलर्स भी इस खुलासे के बाद सतर्क हो गए हैं।
जनता में डर और सतर्कता:
इस बड़े खुलासे से शहर के मोबाइल डीलर्स और ग्राहकों में हड़कंप मच गया है। चोरी के iPhones खरीदने वाले ग्राहकों को भी कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है, जिससे उन्हें अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
पुलिस की सख्त कार्रवाई:
कल्याण बाजार पेठ पुलिस द्वारा किए गए इस भंडाफोड़ ने शहर में मोबाइल चोरी के नेटवर्क पर एक बड़ा प्रहार किया है। पुलिस का कहना है कि इस रैकेट के और भी गहरे तार हो सकते हैं, जिसकी जांच की जा रही है।
यह खबर इलाके में तेजी से फैल रही है और जनता में इसे लेकर काफी चर्चा हो रही है। चोरी के iPhones बेचने की इस घटना ने मोबाइल मार्केट पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे इस धंधे में लिप्त अन्य अपराधियों पर भी शिकंजा कसने की उम्मीद जताई जा रही है।
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