मुंबई: दिनेश मीरचंदानी
मुंबई की झुग्गी बस्तियों में आज नशे के खिलाफ एक ऐतिहासिक और व्यापक अभियान की शुरुआत की गई, जिसका नेतृत्व भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के अतिरिक्त आयुक्त समीर वानखेड़े ने किया। नशा मुक्त भारत अभियान के तहत यह पहल उन इलाकों को नशामुक्त करने के लिए शुरू की गई है, जहाँ मादक पदार्थों की तस्करी और सेवन सबसे अधिक हो रहा है।
समीर वानखेड़े, जो पहले भी नशे के खिलाफ कई बड़ी कार्रवाइयों का हिस्सा रहे हैं, ने झुग्गियों में जाकर युवाओं और उनके परिवारों को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि मादक पदार्थों की समस्या से निपटने के लिए सबसे पहले उन क्षेत्रों पर फोकस करना बेहद ज़रूरी है जहाँ तस्करी का जाल फैला हुआ है।
इस अभियान के तहत स्थानीय निवासियों को मादक पदार्थों से दूर रहने के उपायों पर जागरूक किया गया और उनके लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान केवल सतही कार्रवाई तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि पूरे मुंबई शहर में नशे के जाल को तोड़ने के लिए लगातार और कठोर कदम उठाए जाएंगे।
समाज को नशे से मुक्त करना प्राथमिकता:
समीर वानखेड़े के नेतृत्व में अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान की सबसे बड़ी प्राथमिकता उन संवेदनशील इलाकों को नशामुक्त करना है, जहाँ नशे का व्यापार जोर पकड़ चुका है। इस पहल के समर्थन में कई सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों ने भी हिस्सा लिया है।
विभिन्न संगठनों के सहयोग से यह अभियान नशे के खिलाफ एक मजबूत जन आंदोलन में बदलने की ओर अग्रसर है, और इसका लक्ष्य न केवल तस्करी को रोकना है, बल्कि मादक पदार्थों के सेवन से प्रभावित लोगों को पुनर्वास के माध्यम से एक नया जीवन देना है।
समीर वानखेड़े के इस नेतृत्व को नशे के खिलाफ जंग में एक बड़ा और निर्णायक कदम माना जा रहा है, जो आने वाले दिनों में पूरे मुंबई और देश के लिए एक मिसाल बनेगा।
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